Wednesday, September 21, 2022

हसरतें कुछ और हैं,

हसरतें कुछ और हैं, 
वक्त की इल्तजा कुछ और है 
कौन जी सका है, 
ज़िन्दगी अपने मुताबिक दिल चाहता कुछ और है
 होता कुछ और हैं.........

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