Showing posts with label हमसफर मेरा कोई मुझ सा हो. Show all posts
Showing posts with label हमसफर मेरा कोई मुझ सा हो. Show all posts

Monday, October 3, 2022

हमसफर मेरा कोई मुझ सा हो

हमसफर मेरा कोई मुझ सा हो, हाथ पकड़ दूर तलक साथ निभाए वो ।
मैं रूठ जाऊं कभी कोने में, मेरे पास आकर मुझे प्यार से मनाए वो
कि थक जाऊं जब जिंदगी से,
अपने होने का प्यारा एहसास दिलाए वो ।
मुझसे मेरा अस्तित्व न छीनकर, हर कदम पर मुझे संग बेहतर बनाए वो ।
कि यूं तो समझदार हूं मैं थोड़ी, उसके जज़्बात न समझैं तो समझाए वो ।

मुझे दिल में बसाना आसान नहीं....

पता है Recently i realised की मुझे दिल में बसाना आसान नहीं है बात-बात पे चिढ़ जाती हूं मैं दिल लगा लूं एक बार तो फिर ज़िद पे अड़...