Saturday, October 8, 2022

बीते हुए कल को ढूंढता है

कोई सुकून तो, कोई दर्द ढूंढता है!!!!
इन लफ्जों में हर कोई, अपने दिल की बात ढूंढता है!!!
खामोशी को आवाज देती है,
मेरी ये कविताए,
यहां हर कोई अपने
बीते हुए कल को ढूंढता है!!!!
कोई प्यार तो, कोई नफरत ढूंढता है!!
कोई फरियाद तो, कोई आश ढूंढता है!!!
कोई हमसफ़र तो, कोई दोस्त ढूंढता है!!
यहा हर कोई अपने
बीते हुए कल को ढूंढता है!!!

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