जो चांद थे हमारे लिए वो हमें सितारों में गिनते थे
जो ख़ास थे हमारे लिए वो हमें हजारों में गिनते थे
अब क्या शिकायत करते उनकी बेरुखी के लिए
पता है Recently i realised की मुझे दिल में बसाना आसान नहीं है बात-बात पे चिढ़ जाती हूं मैं दिल लगा लूं एक बार तो फिर ज़िद पे अड़...
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