छांव की तलाश में धूप में जलते रहे हम
सुबह की उम्मीद में शाम की तरह ढलते रहे हम
टूट ना जाए कोई
मेरा हाल देखकर
इसलिए अपनों को के लिए हर पल संभलते रहे हम...
पता है Recently i realised की मुझे दिल में बसाना आसान नहीं है बात-बात पे चिढ़ जाती हूं मैं दिल लगा लूं एक बार तो फिर ज़िद पे अड़...
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